प्रेमाश्रम--मुंशी प्रेमचंद

199 Part

116 times read

1 Liked

... विवाह के बाद कुछ दिन तो बची-खुची सामग्रियों से लाला प्रभाशंकर की रसना तृप्त होती रही, लेकिन शनैः-शनैः यह द्वार भी बन्द हुआ और रूखे फीके भोजन पर कटने लगे। ...

Chapter

×